Friday, December 11, 2015

मणिशंकर अय्यर लाई जवाफ (2)

मणिशंकर अय्यर लाई जवाफ

  • अगर हमें बॉर्डर क्रॉस करना ही पड़ा तो हम नेपाल भारत का बॉर्डर नहीं चीन का बॉर्डर क्रॉस करेंगे। 
  • लेकिन उसकी भी शायद जरुरत न पड़े। 
  • मधेस अलग देश घोषणा करेंगे। लिम्बु, राई, तामांग, मगर, गुरुङ्ग (इनको आप पहचानते होंगे, ये आपके सेना में भी हैं) को कहेंगे तुम भी करो और हम मिल के एक कॉन्फ़ेडरेशन बनाएंगे। अभी फेडरेशन की माग कर रहे हैं। उस समय बात बढ़ के कॉन्फ़ेडरेशन तक पहुँच जाएगी। 
  • नेपाल में भी उत्तराखंड है, वो हम भारत को गिफ्ट देंगे। कि लो अपने उत्तराखंड में मिला लो इसे। रूस ने जिस तरह अलास्का गिफ्ट किया अमरिका को। हम भी कॅश लेंगे। एक बिलियन डॉलर। कॅश। आज नगद कल उधार। भारत भी क्या याद रखेगा! कि ये कैसा पडोसी पैदा हो गया देखते ही देखते। पहले वाला सिर्फ लेना जानता था। ये नया वाला शुरू में ही गिफ्ट दे रहा है। वो भी छप्पर फाड़ के। बिलियन डॉलर तो एक नदी से एक साल में कमा लेंगे। सस्ता, बहुत सस्ता। अलास्का भी सस्ते में मिल गया था। 
  • नए देश का नाम रहेगा महाभारत। अभी के नेपाल के मध्य से एक पर्वत श्रृंखला जाती है, उसका नाम है महाभारत। उत्तर में हिमालय, वो शेरपा लोगों का है। दक्षिण में चुरिया, वो मधेसी का है। महाभारत न्यूट्रल नाम रहेगा। 

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